DU की छात्रा पर एसिड अटैक, कॉलेज के पास ही लड़कों ने वारदात को दिया अंजाम
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) की एक छात्रा पर कॉलेज के पास हुए एसिड अटैक की घटना से राजधानी में हड़कंप मच गया है। शुक्रवार सुबह जब छात्रा अपनी क्लास के लिए घर से निकली, तभी दो युवकों ने चलते स्कूटी से उसके ऊपर एसिड फेंक दिया और मौके से फरार हो गए।
घटना दिल्ली के उत्तर कैंपस इलाके में हुई, जहां छात्रा रोजाना की तरह सुबह करीब साढ़े नौ बजे कॉलेज जा रही थी। पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हमला कुछ ही सेकंड में हुआ और छात्रा बुरी तरह झुलस गई। पास से गुजर रहे लोगों ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया। छात्रा का इलाज सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है और उसकी स्थिति फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
मामले में दो आरोपियों की हुई पहचान
दिल्ली पुलिस ने CCTV फुटेज की मदद से दो संदिग्धों की पहचान की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों आरोपियों का छात्रा से पहले कभी संबंध रहा था और किसी निजी विवाद के चलते यह हमला हुआ। एक आरोपी को देर रात हिरासत में ले लिया गया है, जबकि दूसरे की तलाश जारी है।
DCP (नॉर्थ) ने बताया कि आरोपियों की स्कूटी और मोबाइल डेटा के जरिए ट्रैकिंग की जा रही है। घटना में इस्तेमाल एसिड ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से खरीदा गया था, जिससे बिक्री और सप्लायर की भी जांच शुरू हो गई है।
पीड़िता की हालत गंभीर लेकिन खतरे से बाहर
डॉक्टरों के मुताबिक छात्रा के चेहरे और गर्दन पर गंभीर जलन है, लेकिन वह खतरे से बाहर है। उसे फिलहाल ICU में रखा गया है। परिवारजन ने मीडिया से अपील की है कि उनकी बेटी की निजता का सम्मान किया जाए और झूठी खबरें फैलाने से बचा जाए।
दिल्ली में महिला सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर गुस्से की लहर है। कई छात्र संगठनों ने महिला सुरक्षा को लेकर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) ने कहा कि ऐसी घटनाएं ये दिखाती हैं कि राजधानी में महिलाएं अब भी सुरक्षित नहीं हैं।
संवेदनशील मामलों में तेज कार्रवाई की मांग करते हुए छात्र नेताओं ने कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई ऐसा दुस्साहस न कर सके।
सरकार और प्रशासन की प्रतिक्रिया
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर इस घटना की कड़ी निंदा की और कहा कि जिम्मेदारों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। वहीं महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने पीड़िता के परिवार से संपर्क किया है और हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है।
पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने बयान जारी कर कहा कि मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है, जो 24 घंटे के भीतर चार्जशीट दाखिल करने की दिशा में काम करेगी।
एसिड अटैक से जुड़े कानून और सजा
भारत में एसिड अटैक अपराध भारतीय दंड संहिता की धारा 326A और 326B के तहत आता है। इन धाराओं के तहत दोषी को 10 साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है। इसके अलावा, अदालत पीड़िता के इलाज और पुनर्वास के लिए मुआवज़ा भी तय करती है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद ऑनलाइन एसिड की बिक्री पूरी तरह बंद नहीं हुई है। जांच में सामने आया है कि आरोपी ने ऑनलाइन माध्यम से तेजाब खरीदा था, जो कानून के उल्लंघन की श्रेणी में आता है।
समाज का समर्थन और संवेदना
स्थानीय लोग और कॉलेज के साथी छात्रों ने पीड़िता के समर्थन में मोमबत्ती जलाकर विरोध जताया। छात्र संगठनों ने प्रशासन से मांग की कि परिसर के आसपास CCTV की संख्या बढ़ाई जाए और नाइट पेट्रोलिंग को और प्रभावी बनाया जाए।
सोशल मीडिया पर #JusticeForDUGirl हैशटैग ट्रेंड कर रहा है, जिसमें हजारों यूजर्स ने पीड़िता के साहस और न्याय के लिए आवाज उठाई है।
फिलहाल जांच जारी
पुलिस सूत्रों के अनुसार, तकनीकी साक्ष्यों और सीसीटीवी से मिली जानकारी के आधार पर जांच तेज कर दी गई है। आरोपी जल्द ही गिरफ्तार हो सकता है। पुलिस ने सभी कॉलेजों और दुकानदारों से भी अपील की है कि वे किसी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना तुरंत दें।
यह घटना न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश के लिए एक बार फिर चेतावनी है कि महिला सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाना नितांत आवश्यक है। समाज के हर वर्ग को इस दिशा में अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
रिपोर्ट: India Zee News टीम